दिल्लीः आजादी के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव की भावना का उत्सव मनाने और देश में स्वच्छ वायु की जरूरत पर चैनल डायलॉग (संवाद) के लिए ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान विश्वविद्यालय में 2 से 4 दिसंबर, 2022 तक ‘वायु- एक महत्वपूर्ण जीवन शक्ति’ सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन व प्रदूषण नियंत्रण को लेकर वैज्ञानिक चर्चा से लेकर प्राचीन शास्त्रों और ग्रंथों से वायु गुणवत्ता पर हमारी समझ को समृद्ध करने तक विभिन्न वायु गुणवत्ता संबंधित मुद्दों पर केंद्रित है।
ओडिशा के राज्यपाल माननीय प्रोफेसर गणेशी लाल, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय शिक्षा व कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, कटक के सांसद श्री भर्तृहरि महताब, भुवनेश्वर की सांसद श्रीमती अपराजिता सारंगी और देशभर के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाएंगे।
पंचमहाभूत की अवधारणा के अनुसार प्रकृति में सब कुछ पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और अंतरिक्ष पांच तत्वों से मिलकर बना है। इनमें से किसी भी तत्व का असंतुलन या खतरा मानवता के कल्याण के लिए खतरा है। इस प्रकार जीवन शक्ति और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए स्वच्छ वायु महत्वपूर्ण है। इस वायु सम्मेलन का उद्देश्य सभी महत्वपूर्ण हितधारकों को एकसाथ लाकर राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में निर्धारित हमारे वायु गुणवत्ता लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकारों की ओर से किए गए बहुआयामी प्रयासों का निर्माण करना है।
स्वच्छ वायु लक्ष्यों को प्राप्त करने के अपने प्रयासों में हमारे शहरों की उपलब्धियों का उत्सव मनाने के लिए, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पर आधारित ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु शहर’ पुरस्कार वायु गुणवत्ता लक्ष्यों को पूरा करने और सुधारात्मक, निवारक न्यूनीकरण कार्यों के कार्यान्वयन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले नौ शहरों को दिया जाएगा। इन शहरों को स्वच्छ वायु लक्ष्यों की दिशा में और अधिक ठोस कार्रवाई करने को लेकर प्रेरित करने के लिए लगभग 5 करोड़ रुपये का कुल नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
देश के युवाओं को रचनात्मक रूप से जोड़ने और वायु गुणवत्ता की चुनौतियों के समाधान से संबंधित अपने अभिनव विचारों को सामने रखने को लेकर उन्हें एक मंच देने के लिए 2 दिसंबर, 2022 को एक युवा सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसमें छात्र वायुमंडलीय विज्ञान, जलवायु परिवर्तन, मानव स्वास्थ्य, विरासत अध्ययन, कृषि मुद्दों और शमन उपायों पर विचार-विमर्श सत्रों में शामिल होंगे। इसके अलावा वायु की गुणवत्ता व प्राकृतिक विकल्पों पर जन जागरूकता बढ़ाने और ओडिशा की विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।
इस सम्मेलन में 500 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। इनमें विशेषज्ञ, छात्र, शिक्षाविद, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्रदूषण नियंत्रण समिति, नगर आयुक्त, राज्य के पर्यावरण सचिव, वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल हैं। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत संचालित समारोहों में जन भागीदारी को बढ़ाने के लिए यह एक विशाल भागीदारी कार्यक्रम होगा।