पटनाः रेल प्रशासन एक दिसंबर से इस ट्रेन में फर्स्ट एसी कोच हटाने का निर्णय लेते हुए पटना-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस से अब फर्स्ट एसी को हटा दिया है। रेलवे ने इस ट्रेन में फर्स्ट एसी की बुकिंग बंद कर दी है। धनबाद से खुलकर पटना जानेवाली पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में एक दिसंबर से फर्स्ट एसी कोच नहीं जोड़ी जा रही है। यही नहीं ट्रेन में कोच की संख्या भी कम करने की घोषणा रेलवे ने की है। अब ट्रेन में पहले की तुलना में चार कोच कम होंगे। पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में थर्ड एसी और स्लीपर के दो-दो कोच एक दिसंबर से हटा लिया गया है। अब तक एक फर्स्ट एसी, एक सेकेंड एसी, पांच थर्ड एसी, नौ स्लीपर और छह जनरल कोच व दो एसएलआर के साथ चलने वाली ट्रेन में 24 कोच हैं। एक दिसंबर से एक सेकेंड एसी, तीन थर्ड एसी, सात स्लीपर, छह जनरल और दो एसएलआर सहित ट्रेन में 20 बोगियां ही जुड़ी रहेंगी। इसके पीछे की वजह है कि एसी बोगी में सफर करने वालों की संख्या दिन-ब-दिन भले ही बढ़ती जा रही है। लेकिन धनबाद रेल मंडल के वाणिज्य विभाग के आंकड़े कुछ और ही बताते हैं। वर्ष 2018 में एसी में कुल 5,09,139 यात्री, स्लीपर में 12,35,022 यात्रियों ने सफर किया है। वर्ष 2019 में एसी में 5,89,921 व स्लीपर में 13,24,097 यात्रियों ने सफर किया। वर्ष 2022 में एसी में 8,25,417 व स्लीपर में 151555 यात्रियों ने सफर किया। वहीं वर्ष 2019 के मुकाबले अक्टूबर 2022 तक 2,35,496 यात्रियों ने ज्यादा सफर किया है। एसी बोगी से अक्टूबर 2022 तक कुल 89,64,87,284 रुपये धनबाद रेल मंडल के खाते में आये हैं। हलांकि वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना के कारण अधिकतर ट्रेनें रद्द थी।