केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज 01 फरवरी, 2023 को संसद में केन्द्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि अमृत काल का विजन एक सशक्त और समावेशी अर्थव्यवस्था को प्रतिबिम्बित करेगा। उन्होंने कहा कि हमने एक समृद्ध और समावेशी भारत की परिकल्पना की है जिसमें विकास के फल सभी क्षेत्रों और नागरिकों विशेष रूप से हमारे युवाओं, महिलाओं, अन्य पिछड़ा वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों तक पहुंचे। नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए व्यापक अवसरों को उपलब्ध कराना; प्रगति और रोजगार सृजन के लिए मजबूत आधार उपलब्ध कराना। वृहद आर्थिक सुस्थिरता को मजबूत बनाना।
यह देखते हुए कि दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने 81 लाख स्वयं सहायता समूहों में ग्रामीण महिलाओं की गतिशीलता द्वारा उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा “हम बड़े उत्पादक उद्यमों या समूहों, जिनमें प्रत्येक में कई हजार सदस्यों वाले तथा व्यावसायिक रूप से पेशेवर तरीके से संचालित किया जाएगा, के गठन के माध्य से आर्थिक सशक्तिकरण के अगले चरण तक पहुंचाने के लिए इन समूहों को सक्षम बनाएंगे।” इन्हें कच्चे माल की आपूर्ति और बेहतर डिजाइन गुणवत्ता, ब्रांडिंग और उनके उत्पादों के विपणन द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी। अनुसमर्थक नीतियों के साथ उन्हें इस बात के लिए सक्षम बनाए जाएगा कि वे बड़े उपभोक्ता बाजारों की सेवा करने के लिए अपने संचालनों को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे जैसा कि कई स्टार्ट-अप्स के प्रगति करके ‘यूनिकॉर्न्स’ में बदलने के मामले में हुआ है।
वित्त मंत्री ने पारंपरिक दस्तकारों और शिल्पकारों, आमतौर पर जिनको विश्वकर्मा के रूप में सम्बोधन किया जाता है, के लिए नई योजना की घोषणा की है। यह देखते हुए कि इनके द्वारा सृजित कलाकृति और हस्तशिल्प आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना को निरूपित करते हैं। पहली बार उनके लिए एक सहायता पैकेज की संकल्पना की गई है। इस नई योजना में उन्हें अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार लाने और उन्हें एमएसएमई वैल्यू चेन के साथ एकीकृत होने में सक्षम बनाएगी।
देश में घरेलू के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों के लिए व्यापक पर्यटन संभावनाओं को रेखांकित करते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में विशेषकर युवाओं के लिए नौकरियों एवं उद्यमिता के लिए शानदार मौके हैं और पर्यटन में अपार संभावनाएं हैं जिनका उपयोग किया जाना है। उन्होंने घोषणा की कि राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी कार्यक्रमों के समन्वय और पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी के साथ, मिशन मोड में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। केंद्रीय बजट 2023-24 का प्रमुख विषय समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना है। श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा सरकार का सिद्धांत विशेष रूप से किसानों, महिलाओं, युवाओं, अन्य पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांगजनों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को कवर करते हुए समावेशी विकास संभव करना है और वंचितों (वंचितों को वरीयता) के लिए समग्र प्राथमिकता को भी इसमें शामिल किया गया है। यह बजट इन प्रयासों को आगे बढ़ा रहा है।