आनन्द मोहन की रिहाई को लेकर नीतीश सरकार के फैसले का जोरदार स्वागत,बिहार समेत देश भर के समर्थकों में खुशी की लहर

देश


डॉ. सुरेन्द्र सागर
लगभग साढ़े पंद्रह सालों से गोपालगंज के डीएम जी कृष्णय्या हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बिहार पीपुल्स पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व सांसद आनन्द मोहन की स्थायी रिहाई को लेकर बिहार सरकार ने कानून में बदलाव कर दिया है।लोक सेवक की हत्या मामले में परिहार के लाभ से वंचित किये जाने वाले निगमवली को सरकार ने विलोपित कर दिया है।गत 10 अप्रैल को सम्पन्न हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने पूर्व सांसद आनन्द मोहन को जेल से रिहा करने का रास्ता साफ कर दिया है।
बिहार सरकार के गृह विभाग ने पूर्व सांसद आनन्द मोहन की रिहाई में बाधा बनने वाले कानून को ही खत्म कर दिया है।सरकार के इस फैसले का बिहार समेत पूरे देश मे फैले पूर्व सांसद आनन्द मोहन के समर्थकों ने स्वागत किया है।
भोजपुर,बक्सर, रोहतास और कैमूर जिले में भी आनन्द मोहन की स्थायी रिहाई का रास्ता साफ किये जाने की खबर से खुशी की लहर दौड़ गई है।अब आनन्द मोहन की पूरी तरह रिहाई की सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है।सरकार की तरफ से घोषणा होते ही अब कभी भी आनन्द मोहन अपने समर्थकों के बीच आजाद हवा में सांस लेने निकल पड़ेंगे।
भोजपुर जिले के युवा नेता संजीव सिंह,ओम प्रकाश सिंह,संजय सिंह,अशोक सिंह, बड़हरा के उप प्रमुख अरविंद कुमार सिंह बबलू,शैलेश कुमार गुड्डू,मिथलेश पासवान,बड़हरा के पूर्व जिला पार्षद बीर बहादुर सिंह, कारीसाथ निवासी और शाहपुर से पूर्व बिपीपा प्रत्याशी शाहदेव सिंह,मियां सिंह, पूर्व मुखिया प्रमोद कुमार सिंह कुशवाहा,सुधीर कुमार सिंह कुशवाहा समेत कई नेताओं ने पूर्व सांसद की रिहाई को लेकर कानून में बदलाव किए जाने के नीतीश कुमार सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
नेताओ ने कहा कि सत्य परेशान जरूर हुआ लेकिन सत्य की जीत होने जा रही है।
जिले के संदेश के पूर्व बिपीपा प्रत्याशी विजेंद्र सिंह ने नीतीश कुमार सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आनन्द मोहन का बिहार की जनता स्वागत करने के लिए पलकें बिछाई बैठी है।पूर्व सांसद आनन्द मोहन के साथ लम्बे समय के बाद ही सही नीतीश कुमार सरकार ने न्याय करने का पुण्य काम करके बिहार के लाखों समर्थकों के दिल मे अपने लिए जगह बना ली है।
उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है और पूर्व सांसद आनन्द मोहन इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
रोहतास में ओम प्रकाश शर्मा उर्फ पिंटू ने पूर्व सांसद आनन्द मोहन की रिहाई को लेकर सरकार द्वारा बदले गए कानून को बिहार के लाखों लाख समर्थकों के संघर्ष का परिणाम बताया और कहा कि निर्दोष आनन्द मोहन साढ़े पंद्रह साल जेल में बन्द रहे लेकिन अब वे अपने समर्थकों के बीच आएंगे तो बिहार की राजनीति में उनका जलवा देश देखेगा।
उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद आनन्द मोहन जैसे नेताओं की आज राज्य और देश की राजनीति को जरूरत है।कार्यकर्ताओ के लिए सम्मान की बात कोई उनसे सीखे।
पंद्रह साल से अधिक समय तक आनन्द मोहन जेल में रहे और उनके चाहने वाले, उनके समर्थक और कार्यकर्ता कभी हताश और निराश नही हुए।लड़ते रहे,संघर्ष करते रहे।
यही तो आनन्द मोहन की सबसे बड़ी पूंजी है जो पूरी की पूरी सरकार को भी अपने कदमो में झुका देने की ताकत रखती है।
कैमूर जिले के मृगेंद्र प्रताप सिंह पिंटू और बक्सर जिले के रवि शंकर ने पूर्व सांसद आनन्द मोहन की रिहाई के लिए सरकार के लिए गए फैसले को ऐतिहासिक बताया है और कहा कि नीतीश कुमार सरकार के इस फैसले से बिहार की राजनीति में महागठबंधन सरकार को बड़ी ताकत मिलेगी।

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