गुरुग्रामः शिक्षाविद, पूर्व रेलवे अधिकारी जीवानन्द प्रसाद की दूसरी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की गई। जीवानन्द प्रसाद बिहार के मोतिहारी के निवासी थे। रेलवे में एकाउंट्स अधिकारी के पद पर रहते हुए दानापुर डिवीजन से अवकाश प्राप्त कर युवाओं को हमेशा पढ़ाई लिखाई के लिए प्रेरित किया करते था साथ ही जो पढ़ने में रुचि लेते थे आर्थिक रुप से कमजोर उसको पढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। अपने जीवन के सबसे लंबे समय डीआरएम ऑफिस, दानापुर में कार्यरत रहे। ईमानदार छवि के जीवानंद प्रसाद ने अपने जीवनकाल में हीं अपने चार पुत्रियों एवं एक पुत्र को पढ़ा लिखाकर शादी-विवाह कर चुके थे। अपनी जीवन संगिनी शीला प्रसाद की मृत्यु उनके निधन से पांच वर्ष पहले ही चुकी थी। जबकि ये दोनों पति-पत्नी अपने इंजीनियर पुत्र के साथ रह रहे थे, लेकिन 6 जून 2021 को अपनी लंबी बीमारी के बाद जीवानंद प्रसाद दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कर गए। उनकी याद में उनके पुत्र-बहु एवं उनके सभी परिवार 6 जून को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। खास बात यह भी है कि जीवानंद प्रसाद की पुण्यतिथि से एक दिन पहले यानी 5 जून को उनका जन्मदिन भी है। पुण्यतिथि में उनके पुत्र अनुपम कुमार, बहु श्वेता,पुत्री क्रमशः बिन्दू (सोनी) अंजू (मोनी), वंदना (टुल्लू), अर्चना (गुड्डू) दामाद मनोज श्रीवास्तव,डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव, प्रकाश श्रीवास्तव, रंजीत कुमार, डॉ.श्रावणी, सोनू, स्वर्णा,शिवम,सृष्टि, अमृत,टीना,प्रिंसी एवं महेश शामिल रहे।