गोपालगंज: वाल्मीकि नगर बराज से तकरीबन ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से गोपालगंज में गंडक नदी (Bihar Flood) उफान पर है। गंडक नदी तटबंध के किनारे बसे लोग धीरे-धीरे ऊंचे स्थान पर जाकर रहने के लिए निकल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि नेपाल में भारी बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। इधर, गोपालगंज जिला मुख्यालय से तकरीबन 5 किलोमीटर दूर स्थित सदर प्रखंड के गंडक नदी तटबंध के किनारे बसे जगरी टोला में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। बाढ़ की आशंका से निचले इलाके के लोग भयभीत हैं। जागीरी टोला में स्थित सरकारी विद्यालय को गंडक नदी के पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है, जिसके कारण विद्यालय को बंद करना पड़ा है। वही गंडक नदी के किनारे लोग अब ऊंची स्थान के तलाश में बाहर निकल रहे हैं।
गौरतलब हो कि बीते मंगलवार को भी गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही दियारा इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। बता दें कि गोपालगंज जिले के 6 प्रखंड बाढ़ प्रभावित इलाके माने जाते हैं। गंडक नदी जब उफान पर होती है तो कई लोगों के आशियाने को ध्वस्त कर देती है। बाढ़ और कटाव के कारण बाढ़ प्रभावित लोग हमेशा भय के साए में जीते हैं।