- एनडीए के पक्ष में 130 मत पड़े, महागठबंधन सदन से बाहर निकल गया
- पद से हटे स्पीकर अवध बिहारी चौधरी
- पद से हट रहा हूं, आपके बीच आ रहा हूं- अवध बिहारी चौधरी
- डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने संभारी कार्यवाही की बागडोर
- राजद विधायक चेतन और नीलम, प्रह्लाद यादव ने किया एनडीए को वोटिंग
- ओल्ड पेंशन लागू कीजिए क्रेडिट आपको देंगे-तेजस्वी
पटनाः बिहार विधानसभा में एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट सफल रहा। इस फ्लोर टेस्ट में एनडीए ने 130 वोट से बहुमत हासिल किया। फ्लोर टेस्ट से पहले सभी राजनीतिक दल अपने-अपने दावे कर रहे थे। लेकिन ऐन मौके पर औंधे मुंह गिरी महागठबंधन।नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 से काम करने का मौका मिला तब से 18वां साल है। बीच में 9 महीने अलग हुए। लालू-राबड़ी ने 15 साल काम किया तब क्या होता था। नीतीश कुमार ने कहा कि जब हमलोगों को मौका मिला तो काम किया। राजद कहता है कि मेरे साथ मुस्लिम है तो झगड़ा काहे होता था।सीएम ने कहा कि हमने मुसलमानों के लिए काम किया। हमने समाज के हर वर्ग का उत्थान किया। राजद विधायकों के हंगामे पर नीतीश ने कहा कि आपको हो क्या गया है, आपलोग सुनना नहीं चाहते हैं। हमने इनको दो बार मौका दिया।नीतीश कुमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इनको इज्जत दिए और हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं। भाजपा ने ऐसा कभी नहीं किया। ये विधायकों को एक साथ रखे। सबको कितना लाख रुपया दे रहे थे, हम सबकी जांच कराएंगे। नीतीश कुमार ने कांग्रेस विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आपको कोई दिक्क़त हो तो हमारे पास आइयेगा।
जहां भाजपा और जदयू से एक-एक विधायक नहीं हुए शामिल वहीं राजद के 79 विधायक सदन में मौजूद रहे मगर इसमें से तीन सदस्य सत्तारुढ़ दल के साथ अपनी भागीदारी को दर्शाया। बिहार विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में राजद की ओर से शिवहर विधायक चेतन आनंद, मोकामा विधायक नीलम देवी और प्रह्लाद यादव (सूर्यगढ़ा विधायक) ने राजद से हटकर एनडीए खेमे में आकर बैठ गए और एनडीए के पक्ष में अपना समर्थन भी दिया।
विधायक चेतन आंदन बिहार के बड़े नेता आनंद मोहन के पुत्र हैं। वह शिवहर से राजद विधायक हैं। कुछ ही महीने पहले चेतन आनंद के पिता आनंद मोहन को जेल से रिहा किया गया था। बताया जाता है कि आनंद मोहन की रिहाई में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका सामने थी। ऐसे में राजनीतिक जानकारों के अनुसार आनंद मोहन और चेतन आनंद नीतीश कुमार के खिलाफ नहीं जाना चाहते हैं शायद यही वजह है कि वह फ्लोर टेस्ट में नहीं हुए शामिल। फ्लोर टेस्ट के लिए जाने से पहले आनंद मोहन और चेतन आनंद ने नीतीश कुमार से मुलाकात भी की। माना जा रहा है कि चेतन आनंद ने नीतीश कुमार के साथ जाने का मन बना लिया है। बीते दिनों ठाकुर वाले बयान को लेकर भी आनंद मोहन और राजद सांसद मनोज झा से बीच तीखी बयानबाजी हुई थी। तब से आनंद मोहन की राजद से नाराजगी की खबर सामने आ रही थी।
दूसरी तरफ राजद विधायक नीलम देवी मोकामा से पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी हैं। अनंत सिंह के जेल जाने के बाद नीलम देवी ने मोकामा से चुनाव जीता था और पहली बार विधायक बनी थीं। नीलम देवी तेजस्वी यादव के घर आयोजित भोज में भी शामिल नहीं हुई थी। वहीं आज वो भी विधानसभा नहीं पहुंची। इससे साफ जाहिर है कि फ्लोर टेस्ट में वो शामिल नहीं होंगी और ऐसा ही हुआ। अनंत सिंह बीते कई महीनों से पटना के बेउर जेल में बंद हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अनंत सिंह भी चाहते हैं कि उनकी जेल से जल्द रिहाई हो जाए ऐसे में उनका और उनकी पत्नी का वर्तमान सरकार के साथ रहना बहुत जरुरी है। परबत्ता से जदयू विधायक डॉ. संजीव और संजीव बीते 2 दिनों से जदयू नेताओं के जुटान के दौरान नहीं दिखे थे लेकिन आज के फ्लोर टेस्ट में शामिल हुए।