सरकार में शामिल सभी दलों का अपना-अपना एजेंडा, राज्यहित से कोई सरोकार नहीं,
*सरकार ने किया विधायिका को ध्वस्त,सदन के संरक्षक बने पार्टी प्रवक्ता,
*सरकार में शामिल दलों, नेताओं और मंत्रियों का चरित्र अहंकार औऱ भ्रष्टाचार से ओत प्रोत।
पटना 13 नवंबर 2023
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि 15 महीने में ही महागठबंधन के नेताओं की साख गिर गई है और इनके सरकार द्वारा जनहित के मुद्दों की उपेक्षा के कारण राज्य की जनता परेशान है।
श्री सिन्हा ने बयान जारी कर कहा है कि महागठबंधन में शामिल सभी दलों का अपना अपना एजेंडा है और इनके नेतागण उसी एजेंडा को फलीभूत करने के लिए काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल जल्द से जल्द मुख्यमंत्री की गद्दी प्राप्त करना चाहता है और जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी यही एजेंडा है। कांग्रेस दो और मंत्री पद तो वामदल लोक सभा की अधिक सीट लेने के लिए परेशान है। जदयू सभी 16 सिटिंग लोकसभा सीट चाहता है लेकिन राजद देने के लिए तैयार नहीं हैं।कांग्रेस भी पर्दे के पीछे से राजद को सहयोग कर रहा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार ने विधायिका को ध्वस्त कर दिया है! जब सदन नेता, सदन में होते हैं तो अध्यक्ष विधानसभा की शक्ति भी उन्हीं के पास चली जाती है। राज्य के लोगों ने देखा है कि दलित पूर्व मुख्यमंत्री को सदन में अपमानित करने के समय में सदन नेता स्वयं खड़े हो गए और अध्यक्ष की इजाज़त नहीं ली।अध्यक्ष विधानसभा ने भी पार्टी के प्रवक्ता के रुप में विशेष राज्य के दर्जा की माँग कर दी जो उनके पद के प्रतिकूल है। नेता सदन औऱ नेता प्रतिपक्ष का माइक हमेशा खुला रखने की परम्परा का अनादर कर नेता प्रतिपक्ष के माइक को हमेशा डिस्टर्ब किया जाता है।बोलने तक की इजाजत नहीं दी जाती है।यह सदन के संरक्षक की विकृति मानसिकता को दर्शाता है।
श्री सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन के नेता और मंत्रीगण अहंकार में डूबे हुये हैं।अपनी सुख-सुविधा के अलावे इन्हें जनहित का कोई मुद्दा नहीं दिखता है। धरना, प्रदर्शन एवं शांतिपूर्ण मार्च करने वालों पर ये लाठियाँ बरसाते हैं। अभी आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ यही किया गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य की जनता सब देख रही है। न्याय औऱ विकास को रोककर उन्माद औऱ जाति की राजनीति को जनता पसन्द नहीं कर रही है।वर्ष 2024 और 2025 के चुनावों में जनता के द्वारा इनका सूपड़ा साफ कर दिया जाएगा।