‘कुली’ हादसे के बाद सालों तक खाली बैठे थे पुनीत इस्सर, दुर्योधन के किरदार ने दी थी नई पहचान

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‘महाभारत’ में दुर्योधन का किरदार पॉपुलर हुए पुनीत इस्सर का आज 63वां बर्थडे जन्मदिन है। उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘कुली’ से की थी। इस पहली ही फिल्म के कारण वह इतने बड़े विवाद में फंस गए थे जिससे उनका पीछा कभी नहीं छूट सका। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान पुनीत इस्सर ने गलती से अमिताभ बच्चन को घूंसा मारा था, जिसके बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और मरते-मरते बचे थे। इसके बाद कई सालों तक पुनीत इस्सर काम को तरस गए थे लेकिन चार साल के संघर्ष के बाद 1987 में आया बी.आर.चोपड़ा का सीरियल ‘महाभारत’ उनके करियर के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ था।
पुनीत इस्सर ने बीआर चोपड़ा की महाभारत में दुर्योधन का रोल निभाया था। जब महाभारत में भीम के साथ उनका क्लाईमैक्स फाइट सीन शूट किया गया था तब उनके शरीर पर नीले ओर काले निशान पड़ गए थे। यह बात उन्होंने एक इंटरव्यू में खुद शेयर की थी।

शर्त पर मिला था दुर्योधन का रोल

इंटरव्यू में पुनीत इस्सर को दुर्योधन का रोल एक शर्त पर मिला था। मेकर्स ने कहा था कि भीम का रोल निभाने के लिए उन्हें उनसे ज्यादा हाइट का एक्टर मिलना चाहिए। गौरतलब है कि पुनीत की हाइट 6 फीट 3 इंच है और वे दुर्योधन का रोल ही करना चाहते थे। लेकिन बीआर चोपड़ा ने उन्हें भीम का रोल देने के लिए कास्ट किया था।

प्रवीण कुमार बने थे भीम

शो में भीम का रोल निभाने वाले प्रवीण कुमार एथलीट थे और एशियन गेम्स के दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट थे और उनकी हाइट 6 फीट 8 इंच थी। पुनीत ने ही प्रवीण को इस रोल के लिए रिकमंड किया था और बाद में पुनीत को प्रवीण ने क्लाईमैक्स में बुरी तरह पीटा था।
शरीर पर पड़े थे काले-नीले निशान

प्रवीण केसाथ अपनी फाइट के बारे में पुनीत कहते हैं- ये बेहद टफ एक्सपीरियंस था। वे एक्टर नहीं थे , डिस्क थ्रो में दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट थे। जब भी मैं डायलॉग बोलता- और बलपूर्वक, तो प्रवीण मुझे और भी जोर से मारता। उन दिनों गदा बहुत भारी होता था, जो आज की गदा के विपरीत था। शॉट के बाद मेरा पूरा शरीर काला और नीला हो जाता था। क्लाइमेक्स सीन में लड़ाई 18 दिनों से ज्यादा चली थी। मेरे पूरे शरीर पर चोट के निशान थे।

15-20 दिन में शूट हो पाया था क्लाईमैक्स

महाभारत का क्लाईमैक्स सीन शूट होने में करीब 20 दिन लग गए थे। उस समय केबल वर्क नहीं होता था तो हमें खुद ही कूदने वाले सीन बिना स्टंटमैन या बॉडी डबल के करने पड़ते थे। चोटें उस वक्त बहुत आम थीं। मुझे याद है तीर चलने के दौरान कई लोगों की आंखों में चोट आई थी।

लोग दुष्ट कहने लगे थे पुनीत को

पुनीत कहते हैं – लोग मुझसे नफरत करते थे, दुष्ट कहते थे लेकिन मैं इसे कॉम्प्लिमेंट की तरह लेता था। लोग सेट के बाहर भी मुझे दुष्ट कहकर बात करने से मना कर देते थे। इस दौरान पुनीत ने कुली की शूटिंग के दौरान हुए हादसे की बात भी की। महाभारत से पहले के चार सालों में उन्हें थोड़ा काम मिला लेकिन वह उनके मन का नहीं था। महाभारत के लिए दो साल तक कास्टिंग चली थी। पुनीत को 1986 में साइन किया गया था और इस बीच दुर्योधन का रोल निभाने के लिए पुनीत ने 22 किलो बढ़ाकर अपना वजन 108 किलो कर लिया था।

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