डुमरांव (बक्सर): 30 वीं पुण्यतिथि पर समाजसेवी, चिंतक स्व.कृष्ण प्रसाद को याद किया गया तथा उनको पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर उज्ज्वल संस्था, पटना और शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ट्रस्ट, डुमरांव ने संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया। श्रद्धाजंलि सभा में अपने सम्बोधन में डॉ शशि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि वो एक जीवट पुरुष थे अपने संघर्ष के बूते खुद को स्थापित किया और अपने यहां काम करने वाले करीब 36 कामगारों को दो-दो बिगहे भूमि को दानकर इतिहास कायम किया था। उनकी कार्यशैली की चर्चा करते हुए श्री श्रीवास्तव ने बताया कि उनका कहना था कि मेरे पांच पुत्र, वो सभी क्लास वन जॉब में हैं फिर इन जरूरतमंदों को इसकी आवश्यकता है और दान दे दिया।
अपने उद्बोधन में उमा कुमारी ने बताया कि उन्होंने हमेशा परोपकार की भावना रखने के प्रति प्रेरित किया। जबकि पटना के शिशु ज्ञान मंदिर के आचार्य शिक्षाविद संजय श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में कहा कि इनके संघर्ष, साहस और सेवा समर्पण आज भी उस इलाके में चर्चा का विषय बना रहता है। वे सामाजिक , पारिवारिक रूप से इतने मिलनसार थे कि सबको बराबर का स्नेह देते थे। स्व.श्रीकृष्ण प्रसाद अपने माता पिता के एकलौते वारिस थे, पर कड़क, बेबाक बोलने वाले आत्म विश्वास से लबरेज थे। ये भले ही रेलवे में नौकरी करते थे परंतु शिक्षा से काफी अनुराग था। अंग्रेजी भाषा, कैथी भाषा, हिंदी, उर्दू, बंगला सहित कई भाषाओं के जानकार थे। अपने जमाने मे थियेटर के आयोजन कलकत्ता में किया करते थे।
वहीं ट्रस्ट के मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने बताया कि उनके कला से लगाव को देखते हुए ही ट्रस्ट का निर्माण किया गया। आगे इनकी पुण्यतिथि पर सेमिनार का आयोजन ट्रस्ट और उज्जवल संस्था के द्वारा किया जाएगा।
अन्य वक्ताओं में अवकाश प्राप्त अधिकारी बोकारो स्टील प्लांटसुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, रिटायर्ड बैंक अधिकारी इंदु भूषण प्रसाद, रिटायर्ड बैंक अधिकारी विद्या भूषण श्रीवास्तव,सुरेंद्र प्रसाद गहमरी,अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव, संजीव कुमार श्रीवास्तव,जयपुरिया स्कूल डुमरांव के वाइस प्रिंसिपल शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार रविशंकर श्रीवास्तव, अमित कुमार श्रीवास्तव, सुमित कुमार श्रीवास्तव आदि ने भी गहरी संवेदना व्यक्त की।