कहा सार्जेंट करते हैं मनमानी, मांगे पूरी होने के बाद हीं लौटेंगे ड्यूटी पर
गया ज़िले के डायल-112 के सभी 182 पुलिस वाहन चालक हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। डायल 112 के सभी चालक हड़ताल पर जाने से पहले पुलिस वाहनों को पुलिस लाइन परिसर में लाकर चक्का जाम कर दिया है। एमटी सार्जेंट प्रकाश कुमार गौरव पर पड़ताड़ित और मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप ज़िले भर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में संविदा पर बहाल हुए डायल 112 के 182 चालकों ने लगाया है। इसी के विरोध में आज मंगलवार को डायल 112 के पुलिस वाहनों के साथ आकर पुलिस लाइन परिसर में खड़ा कर हड़ताल पर चले गए हैं। डायल 112 के चालकों की मांगों की अध्यक्षता कर रहे सुनील कुमार ने बताया छापेमारी में हमारे चालकों को उपयोग किया जा रहा है। जो यह एसओपी के अनुसार सही नहीं है। एसओपी में बताया गया है कि डायल 112 के ड्राइवरों की ड्यूटी 10 से 12 किलोमीटर की दूरी पर हीं होनी चाहिए लेकिन यहां 100 किलोमीटर दूरी तक ड्यूटी ली जा रही है। कभी कभार चालकों तनख्वाह भी काट ली जाती है। सभी थाना प्रभारी भी कहते हैं तीनों ड्राइवर हमको थाना में चाहिए।
एसएसपी को बुलाने की कर रहे थे मांग
इस संबंध में गया जिले के डायल 112 के चालकों की मांगों की अध्यक्षता कर रहे सुनील कुमार ने बताया एमटी सार्जेंट प्रकाश कुमार गौरव के द्वारा मानसिक रूप से पड़ताड़ित किया जा रहा है। बताया विभिन्न थाना क्षेत्रों तीन चालकों की ड्यूटी लगाई गई। जबकि दायरा 10 किलोमीटर कहीं दूरी मात्रा होनी चाहिए। ताकि चालकों को अपनी ड्यूटी पर समय से पहुंच सके। लेकिन एमटी सार्जेंट प्रकाश सिंह गौरव ने मनमानी करते हुए डायल 112 पुलिस वाहन के चालकों के साथ मनमानी करते हुए तीन चालकों की नियुक्ति वाला पत्र निकलवा दिया । जबकि किसी का घर गया में है। यहां का क्षेत्रफल 100 से 120 किलोमीटर तक का है। चालकों की ड्यूटी 20 किलोमीटर 30 किलोमीटर 40 किलोमीटर 50 किलोमीटर 70 किलोमीटर लगती है और 100 व 120 किलोमीटर दूरी तक लगती है। उन्हें ड्यूटी पकड़ने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सुनील कुमार ने कहा अगर डायल 112 के चालकों की ड्यूटी 10 किलोमीटर की दायरे में नहीं होती है तो उनकी मांग जारी रहेगी। इसके अलावा 8 घंटे की शिफ्ट के हिसाब से से बदलते रहेंगे ना की 24 घंटे थाना की छापेमारी में शामिल होंगे तब तक यह मांग जारी रहेगी।