पटनाः नवादा में हाल ही में हुई हिंसा में पासवान समाज का नाम सामने आने पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कड़ा विरोध जताया है। चिराग ने कहा, “जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक किसी जाति विशेष को दोष देना न केवल गलत है, बल्कि समाज में आपसी तनाव को भी बढ़ाता है।” उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और प्रशासन को अपना काम करने देने की अपील की है।
किसी समाज को दोषी ठहराना न्यायसंगत नहीं’
चिराग पासवान ने जोर देकर कहा कि किसी भी अपराध को जाति के चश्मे से देखना समाज को विभाजित करने का काम करता है, और यह देश के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं में शामिल दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, चाहे वे किसी भी जाति या समुदाय से हों, लेकिन जब तक जांच पूरी न हो, किसी समाज को दोषी ठहराना न्यायसंगत नहीं है।
‘दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए’
केंद्रीय मंत्री ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, परंतु किसी निर्दोष व्यक्ति या समुदाय को बिना जांच के बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।