- पत्रकार बीमा प्रीमियम की राशि 6508 रुपए से घटकर हुई 6125 रुपए
पटना: बिहार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक वैभव श्रीवास्तव के नेतृत्व में विभाग नए मुकाम को हासिल कर रहा है। इन्होंने पत्रकार बीमा योजना की प्रीमियम राशि को करवा दिया है, जिससे थोड़ी राहत मिली है। इसके अलावे न्यूज़ पोर्टलों के इम्पैनलमेंट पर भी त्वरित गति से कम किया जा रहा है। लेट लतीफी से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करने वाले निदेशक वैभव श्रीवास्तव ने विभाग की जिम्मेदारी सितंबर, 2024 में संभाली थी। विभाग में आते ही इन्होंने हर स्तर पर काम करना शुरू किया, जिसका लाभ सभी लोगों को मिल रहा है। जहां बिहार पत्रकार बीमा बहुत विलम्ब से हो पाता था, जिसकी वजह से पत्रकारों को मात्र 9-10 माह ही इसका लाभ मिल पाता था। साथ ही इसका प्रीमियम राशि भी ज्यादा था को कम हो जाने से बीमा धारकों को रिन्यूवल करवाने में सहूलियत होगी। इस योजना के लिए जहां पिछले साल पत्रकारों से 6508 रुपए बीमा के लिए भुगतान किए थे इस बार उन्हें मात्र 6125 रुपये ही बीमा करवाने के लिए अदा करनी होगी।

निदेशक वैभव श्रीवास्तव ने इस पर संज्ञान लेते हुए इसमें बड़ी सुधार करवाई है और अब अप्रैल आने से दो माह पहले इस योजना के आवेदन लेने की तिथि 25 जनवरी तक की गयी है, जिससे पत्रकारों को इस योजना का लाभ 12 महीने तक मिल पायेगा। इसके अलावे विभाग के निदेशक की पहल पर सोशल मीडिया और न्यूज पोर्टल के इम्पैनल के लिए लंबित प्रस्ताव को भी त्वरित निपटाते हुए इसे इस माह के अंत तक या फ़रवरी के शुरुआत तक निर्णय ले लिया जायेगा।

ज्ञात हो कि 2018 बैच के आईएएस अधिकारी वैभव श्रीवास्तव को सितंबर 2024 में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का निदेशक बनाया गया है। इनके पदभार संभालने के साथ ही बिहार का सूचना तंत्र में बड़ी सफलता नजर आने लगी है। वैसे भी जनता और सरकार के बीच की अहम कड़ी इस विभाग की बड़ी जिम्मेदारी होती है, जो अब हर स्तर पर नजर आने लगा है।
प्रशासनिक कामों और प्रशासनिक नीतियों के जानकर श्री श्रीवास्तव सटीक कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। विभाग के निदेशक बनने से पहले वैभव श्रीवास्तव नालंदा जिले में जिला उप विकास आयुक्त के पद पर काम कर रहे थे। इनका शुरू से उद्देश्य रहा है कि जिस जवाबदेही को सरकार द्वारा दी जाती है उसके साथ ईमानदारी बरतते हैं, उसमे कोई कोताही नहीं चाहिये और न ही कभी समझौता करते हैं। उन्होंने कहा की सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना है। सरकार और जनता के बीच एक ऐसे सेतु का काम करना है ताकि जनता अपनी बात सरकार के समक्ष आसानी से रख सकें और सरकार अपने लक्ष्यों के बारे में उन्हें बताकर प्रदेश का विकास उनके सहयोग से करने में सक्षम हो पाए। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का यही मकसद इसे किसी भी प्रदेश के सरकारी तंत्र का सबसे महत्वपूर्ण विभाग बनाता है। उन्होंने विभाग के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के प्रति अपने निर्धारित दायित्वों का सही तरीके से पालन सुनिश्चित करें।