नई दिल्लीः सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में भोला यादव और हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार है। हृदयानंद चौधरी फिलहाल पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर कार्यरत थे। उन्होंने लालू यादव की बेटी हेमा यादव को मुहबोली बहन बताया था। गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के इटवा गांव निवासी रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी ने आरजेड़ी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी हेमा यादव को अपनी भावनात्मक बहन बताकर उन्हें जमीन गिफ्ट की थी। प्रॉपर्टी ट्रांसफर के एक मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव भी सीबीआई के रडार पर आ गईं हैं। हेमा यादव के नाम पर प्रोपर्टी ट्रांसफर करने का आरोप है।
इस मामले में पिछले 6 दिनों से सीबीआई की टीम भोला यादव से भी पूछताछ कर रही थी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक कई जमीन लालू प्रसाद यादव की बेटी हेमा यादव के नाम पर ट्रांसफर करने का आरोप है। भोला यादव पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्रित्व काल में ओएसडी रहे हैं।
छापेमारी के पहले लालू प्रसाद यादव के चार परिवारिक सदस्यों समेत 15 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई इस मामले में लालू यादव के परिवार और उनसे जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की है। लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते रेलवे में नौकरी देने के बदले लोगों की कीमती जमीन अपने करीबी लोगों के नाम लिखवाने का आरोप था।
हेमा की शादी एक राजनीतिक परिवार में हुई है और उनके पति विनीत यादव भी एक राजनीतिज्ञ हैं। हेमा यादव राजद अध्यक्ष लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की पांचवी संतान हैं। उन्होंने बीआईटी रांची से बीटेक की डिग्री ली है। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी दिलाने का मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम छापेमारी के लिए जब गोपालगंज के उचका गांव के इटावा में पहुंची थी तब वहां पर हृदयानंद यादव के घर पर सीबीआई की टीम ने दबिश दी थी। आरोप है कि लालू यादव की बेटी को गिफ्ट के तौर पर हृदयानंद यादव ने जमीन दी थी।