रात भर काम करना हो या दिन की शुरुआत एक दम फ्रेश करनी हो, या करना हो किसी से प्यार का इज़हार तो एक कप कॉफी आपके बहुत काम आ सकती है। कॉफी एक ऐसा ड्रिंक है जो कि आपके फोकस को ठीक करने और आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। आज हर दूसरा व्यक्ति कॉफी का शौक़ीन है, किसी को दूध वाली कॉफी पसंद है तो किसी को कैपचिनो (cappuccino), एस्प्रेसो (espresso), अमेरिकानो (Americano) और किसी को मोचा (Mocha)। लेकिन जब बात आती है क्लासिक ब्लैक कॉफी की तो उसके सामने दुनिया भर की सारी कॉफी फीकी सी लगने लगती है।
ब्लैक कॉफी को दुनिया भर में कॉफी शौक से पीया जाता है, लेकिन कॉफी लोगों का मानना है कि ब्लैक कॉफी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होती। अगर आप भी उन्हीं लोगों में शामिल है तो आपको इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए, क्योंकि आपको यह जान कर हैरानी होगी कि ब्लैक कॉफी हमारी सेहत के लिए कॉफी फायदेमंद हैं। तो चलिए जानते हैं ब्लैक कॉफी पीने से हमारी सेहत को कैसे और क्या-क्या फायदे होते हैं।
ब्लैक कॉफी पीने के फायदे क्या है?
नींद दूर करने के अलावा ब्लैक कॉफी पीने से निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ होते हैं :-
वजन कम करने में मददगार
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट में रेगुलर कॉफी के स्थान पर ब्लैक कॉफी को शामिल करना चाहिए, यह आपके वजन को कम करने में कॉफी मददगार साबित हो सकता है। ब्लैक कॉफी में कैफीन नामक तत्व होता है जो कि मेटाबॉलिज्म यानी भोजन से ऊर्जा बनने की क्रिया में सुधार कर सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फोर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार कैफीन का सेवन उर्जा को संतुलित कर सकता है और गर्म प्रभाव (Thermo genesis Effect) पैदा कर मोटापे को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है, जिससे वजन कम होता है। आपने अक्सर देखा होगा कि आपके जिम ट्रेनर आपको अक्सर ब्लैक कॉफी पीने की सलाह देते हैं, इसके पीछे यही कारण होता है।
मधुमेह स्तर को काबू करे ब्लैक कॉफी
अगर आप लगातार कॉफी समय से मधुमेह से जूझ रहे हैं और आप अपनी हर कोशिश के बावजूद भी अपने मधुमेह स्तर को काबू नहीं कर पाएं तो आपको ब्लैक कॉफी का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे मधुमेह की समस्या से निजात पाया जा सकता है। एक शोध के अनुसार ब्लैक कॉफी पीने से ब्लड में ग्लूकोज़ के लेवल को काबू किया जा सकता है। साथ ही इसमें क्लोरोजेनिक एसिड पाया जाता है जो कि एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। क्लोरोजेनिक एसिड आंतों द्वारा ग्लूकोज अवशोषण (absorption) को रोक सकता है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकता है। वहीं, इस रिसर्च में यूनाइटेड स्टेट्स में हुई एक स्टडी का भी जिक्र मिलता है, जिसमें प्रतिदिन ब्लैक कॉफी पीने वालों में मधुमेह का जोखिम कम देखा गया है। अगर आप इसका ज्यादा फायदा उठाना चाहते हैं आप ब्लैक कॉफी को बिना चीनी के ही लें और सबसे अच्छा होगा कि आप इसे सुबह खाली पेट लें।
हृदय के लिए ब्लैक कॉफी के फायदे
बढ़ते तनाव और लगातार खराब होती दिनचर्या के चलते आज कल हृदय संबंधित समस्याएँ होना आम सी बात हो चुकी है। ऐसे में अगर आप अपने दिल को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको अपनी लाइफ में ब्लैक कॉफी को जरूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह आपके दिल को फिट रखने में आपकी कॉफी मदद कर सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फोर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार कॉफी में कई ऐसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म में सुधार करके, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करके, प्लेटलेट फंक्शन और इम्यूनोमॉड्यूलेशन पर प्रभाव डालकर हृदय को सुरक्षा देने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा कॉफी पीने से तनाव दूर होता है जिससे रक्तचाप काबू में आता है और फिर उससे दिल पर ज्यादा भार नहीं पड़ता और नतीजा दिल स्वस्थ होने लगता है। हम सभी इस बारे में जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में हृदय संबंधित समस्याएँ कॉफी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में अगर सर्दियों के मौसम में चाय की जगह ब्लैक कॉफी को अपनाया जाए तो इससे आपका हृदय कॉफी स्वस्थ रह सकता है।
अल्जाइमर रोग की रोकथाम
अल्जाइमर रोग एक प्रगतिशील तंत्रिका संबंधी विकार है जिसके कारण मस्तिष्क सिकुड़ जाता है और मस्तिष्क की कोशिकाएं मर जाती हैं। अगर आप या आपका कोई अपना अल्जाइमर रोग से जूझ रहा है तो आप ब्लैक कॉफी की मदद से इस गंभीर रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि गैर-कॉफी पीने वालों की तुलना में कॉफी पीने वालों के लिए जोखिम 16% कम है, लेकिन कनेक्शन की पुष्टि के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है।
सिरोसिस का कम जोखिम
हर साल लगभग 31,000 लोग लीवर सिरोसिस से मर जाते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि कॉफी पीने से सिरोसिस का खतरा कम हो सकता है, खासकर जब शराब से नुकसान होता है। कॉफी में पॉलीफेनोल, कैफीन और डिटरपीनोइड (एक प्रकार का यौगिक तत्व) होते हैं, जो लीवर को ठीक से काम करने में मदद कर सकते हैं। जब आप कॉफी का सेवन करते हैं तो उसमे मौजूद पौषक तत्व शरीर में फैटी एसिड व लीवर में सूजन में कमी लाने में मदद करते हैं। वहीं, कई शोध कॉफी के हेप्टोप्रोटेक्टिव गुणों की भी पुष्टि करते हैं। अध्ययन कहते हैं कि कॉफी का सेवन लीवर स्टीटोसिस को कम कर सकता है। साथ ही यह लीवर ऊतकों को क्षति से बचाने के साथ-साथ लीवर कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकती है। इसलिए, लीवर स्वास्थ्य के लिए इसे प्रभावी माना जा सकता है। लीवर को स्वस्थ रखने के लिए आप अपने चिकित्सक और आहार विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार दिन में चार या अधिक कप पी सकते हैं। इससे आपके अल्कोहलिक सिरोसिस का खतरा 80% तक कम हो सकता है और इतनी ही मात्रा में पीने से गैर-अल्कोहलिक सिरोसिस का खतरा 30% तक कम हो सकता है।
डिप्रेशन के लिए ब्लैक कॉफी के लाभ
वर्तमान समय में डिप्रेशन की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसको कम करने के लिए तरह से तरह के उपायों का इस्तेमाल भी किया जाता है। अगर आप भी डिप्रेशन के शिकार बन चुके हैं तो आपको ब्लैक कॉफी को पीना शुरू करना चाहिए, इससे आपको डिप्रेशन से निकलने में कॉफी फायदा मिलेगा। इससे जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि कॉफी का अधिक सेवन डिप्रेशन के जोखिम को कम कर सकता है। शोध में इन दोनों के मध्य विपरीत संबंध को बताया गया है। हालांकि, अधिक मात्रा में यह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है, जिसका आगे लेख में जिक्र किया गया है।
ब्लैक कॉफी पीने के नुकसान क्या है?
जी हाँ, जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते हैं ठीक उसी तरह कॉफी पीने से भले ही स्वास्थ्य लाभ मिलते हो लेकिन इसके साथ ही इससे कुछ स्वास्थ्य नुकसान भी हो सकते हैं। चलिए जानते हैं ब्लैक कॉफी पीने से क्या नुकसान हो सकते हैं :-