शाहाबाद ब्यूरो
आरा के तपेश्वर सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज कायमनगर बुधवार को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के व्यक्तित्व और कृतित्व – शिक्षा जगत में योगदान विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता और नागालैंड एवं केरल के पूर्व राज्यपाल डॉ. निखिल कुमार ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा के क्षेत्र में किये गए सुधार एवं योगदान पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीयता के साथ मानवाधिकारों की बात करते थे।उनकी सोंच विश्वव्यापी थी और वे देश के साथ साथ विश्व के कल्याण की बात करते थे।
पूर्व राज्यपाल डॉ. निखिल कुमार ने कहा कि नेहरू जी का मानना था कि भारत मे एक मुल्क की आत्मा को दबाकर रखा गया है और आजादी लेने के बाद ही देश की आत्मा को स्वतंत्र किया जा सकता है।
नेहरू की बातों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि मरने के बाद मेरी अस्थियों को नदियों में डाल दिया जाय,पहाड़ों पर डाल दिया जाय,मरुस्थल में डाल दिया जाय क्योंकि मैं पूरे राष्ट्र का हूँ।मरने के बाद भी मैं राष्ट्र का होकर ही रहना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी सहित देश के विकास में सभी क्षेत्रों को छुआ।वे अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व थे और उनमें देश प्रेम का जज्बा कूट कूट कर भरा था।
सेमिनार दो सत्र में आयोजित था। प्रथम सत्र में प्रशिक्षुओं के द्वारा पंडित नेहरु के व्यक्तित्व और कृतित्व पर लेख प्रस्तुत किया गया।इस सत्र का उद्घाटन डॉ अजय कुमार सिंह,पूर्व सदस्य बिहार विधान परिषद सह सचिव तपेश्वर सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज ने किया। द्वितीय सत्र की अध्यक्षता नागालैंड एवं केरल के पूर्व राज्यपाल डॉ. निखिल कुमार ने की।
सेमिनार में बतौर विशिष्ट अतिथि कृपानाथ पाठक पूर्व मंत्री बिहार सरकार, नरेंद्र कुमार, पूर्व अध्यक्ष बिहार राज्य सहकारिता बैंक पटना, प्रो. डॉ.बलराज ठाकुर,पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग, एचडी जैन कॉलेज आरा, डॉ गायत्री सिंह, सीएमओ और पूर्व प्राचार्या डॉ. माधुरी सिंह भी मौजूद थी।
तपेश्वर सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सचिव डॉ. अजय कुमार सिंह ने विशिष्ट अतिथियों का परिचय दिलाते हुए पुष्प गुच्छ और अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
साथ ही विभिन्न महाविद्यालयों से आए प्राचार्य एवं शिक्षकों को भी अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। उनके द्वारा सेमिनार में सम्मिलित महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं को भी अंग वस्त्र के साथ सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ. वीणा पांडेय, डॉ. सत्यदेव सिंह डॉ.अमित कुमार उपाध्याय डॉ. एसके पांडेय, श्रीमती सुमन कुमारी, श्रीमती ज्योति, दीपक तिवारी, अभिषेक रंजन,राहुल कुमार,सुश्री पार्वती कुमारी समेत कई लोग सेमिनार में उपस्थित थे।
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ वीणा पांडेय ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।