जगदीशपुरः पूर्व विधायक आनंद मोहन के राजपूत समुदाय के लिए बयान कि लठैती करें आप और नेता बने कोई और…आगे उन्होंने कहा कि भगवान पाम, महाराणा प्रताप, शिवाजी की साथ दिया था पिछड़ों, आदिवासियों ने, यही राजपूतों के हिमायती हैं। इस पर ‘कुंवर वाहिनी’ के प्रदेश अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह उर्फ लव जी ने कहा कि आज जो राजपूतों को याद आयी है, अब राजपूतों को समझाने की जरुरत नहीं है। वो खुद समझदार हैं। आगे उन्होंने कहा कि मैं उनकी बातों का विरोध नहीं जता रहा हूं, मगर एक बात का अफसोस है कि कोई उनसे पूछे कितने राजपूतों को राजनीतिक गलियारे में लेकर आए हैं। आप भी तो जाति के नाम पर सिर्फ अपने परिवार तक ही सिमटे हुए है और कह रहे हैं कि राजपूत वर्ग सतर्क हो जाए, किससे आपसे या अन्य दलों से। आप ये क्यों नहीं कहते की सिर्फ अपनी रोटी लाल करने के लिए सारा बयान दे रहे हैं। कभी वीर कुंवर सिंह जी का नाम क्यों नहीं लेते जिस बिहार से आप ताल्लुकात रखते हैं कुंवर सिंह को ही भूल जाते हैं। किसने लड़ाई लड़ी आजतक की 1857 के विद्रोही महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू कुंवर सिंह के नाम पर स्मृति चिन्ह स्थापित की जाए। जगदीशपुर जाने के लिए जो मुख्य द्वार था उसको भी तोड़ दिया गया किसी ने आवाज नहीं उठायी। कुंवर सिंह ने जाति-धर्म, ऊंच-नीच का कभी भेद नहीं किया तभी तो आम जनमानस में प्रिय बने रहे। हमने ठाना है कि राष्ट्रीयता के ध्वजवाहक बाबू कुंवर सिंह जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व से जनमानस को परिचित कराना है।