यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिर्फ राजनीति में सक्रिय नहीं है। वो बड़े बिजनेसमैन भी हैं, लेकिन 10 सालों में उन्होंने आधी फर्में अपनी पत्नी के नाम पर ट्रांसफर कर दीं। सिर्फ दो फर्मों में खुद को डायरेक्टर दिखाया है। ये फैक्ट 2012 में दाखिल शपथपत्र और विधानसभा चुनाव 2022 के नामांकन में दिए गए हलफनामे की तुलना करने पर सामने आए हैं। लेकिन उनकी कमाई पिछले एक दशक में 6 गुना तक बढ़ गई हैं। वहीं उनकी पत्नी राजकुमारी की कमाई में 9 गुना का इजाफा हुआ है।
2012 में उन्होंने शपथ में लिखा कि कामधेनु फिलिंग स्टेशन और कामधेनु सप्लायर्स के प्रोपराइटर हैं। साथ ही, वो कामधेनु लॉजिस्टिक प्राइवेट लि., कामधेनु कृषि ट्रेडिंग प्रा. लि. के डायरेक्टर हैं। कामधेनु चैरिटेबल सोसाइटी के अध्यक्ष और जीवन ज्योति क्लिनिक एंड हॉस्पिटल में पार्टनर हैं। इसी शपथपत्र में दिखाया गया कि उनकी पत्नी राजकुमारी कामधेनु लॉजिस्टिक प्राइवेट लि. और कामधेनु कृषि ट्रेडिंग प्रा. लि. की डायरेक्टर हैं। कामधेनु चैरिटेबल सोसाइटी में कोषाध्यक्ष हैं।
लेकिन 2022 में केशव का हस्तक्षेप सिर्फ दो फर्म में रह गया। कामधेनु फिलिंग स्टेशन के प्रोपराइटर और कामधेनु कृषि ट्रेडिंग प्रा. लि. के डायरेक्टर के रूप में। शपथ पत्र के अनुसार उनकी पत्नी राजकुमारी कामधेनु लॉजिस्टिक प्राइवेट लि. और कामधेनु कृषि ट्रेडिंग प्रा. लि. की डायरेक्टर हैं।
2012 में दाखिल आयकर रिटर्न में उनकी कमाई 6.15 लाख रुपए थी। 2022 में उनका आयकर रिटर्न 36.74 लाख रुपए दिखाया गया है। दस साल में उनकी आय 6 गुना बढ़ी है। उन्होंने 2012 में पत्नी की आय 1.85 लाख दिखाई थी। ये भी बढ़कर 19 लाख सालाना हो गई है। ये भी करीब 9 गुना तक बढ़ गई है।