- बच्चे समाज का दर्पण हैं, इनको अपनी संस्कृति, परंपरा से परिचित कराना हमारा कर्तव्य हैः त्रिवेणी अरोड़ा
ग्रेटर नोएडाः शहर के मदर्स प्राइड प्रेसिडियम स्कूल में दशहरे के अवसर पर रामलीला का मंचन किया गया। इस मंचन में बच्चों ने भगावन के स्वरुप को धारण कर अपनी प्रतिभा के जरिए रामलीला का प्रस्तुतीकरण किया।कक्षा प्रथम से चौथी कक्षा के छोटे-छोटे बच्चों ने रामायण के भिन्न-भिन्न पात्रों जैसे राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान, वानर सेना इत्यादि का अभिनय कर मानवीय गुणों को उजागर किया। इन बच्चों ने अपने अभिनय के माध्यम से मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जैसा आज्ञाकारी पुत्र, सीता जैसा त्याग, लक्ष्मण जैसा प्रेम और हनुमान जैसे कर्तव्यनिष्ठ होने का संदेश दिया। प्रधानाचार्या त्रिवेणी अरोड़ा ने सभी को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए दशहरा का अर्थ सहित विवेचन किया।
आरुष नंदन श्रीवास्तव (हनुमान)
दशहरा यानी 10 बुराइयों को हरना, उनका अंत करना। वैसे रावण को वेदों का अत्यधिक ज्ञान था परंतु उसके अधर्म के कारण मानवीय गुणों में संपन्न प्रभु श्री राम ने उसका अंत कर उसमें मौजूद बुराइयों को समाप्त कर दिया। इस प्रकार बुराई पर अच्छाई की जीत हुई। जबकि वर्ग शिक्षिका नेहा अस्थाना ने कहा कि इस प्रदर्शन में बच्चे कई दिनों से प्रोग्राम के लिए रिहर्सल करते हुए इतनी बेहतर प्रस्तुती दे पाए, इसके लिए ये बच्चे और इनके पैरेंट्स भी इसके लिए बधाई के पात्र हैं। राम की भूमिका अवनिति ने, लक्ष्मण की भूमिका में अनीर, सीता के भूमिका में अर्णा रहीं तो हनुमान की भूमिका में आरुष नंदन श्रीवास्तव जी की भूमिका काफी सराहनीय रही।