गया। शरीर में प्राण रहते सुरेश नारायण जब तक सचेत रहे, सर्वदा स्वार्थ से ऊपर उठ कर जीने की कोशिश करते रहे और इस कोशिश में कामयाब भी रहे। फल्गु और विष्णुपद मानो उनके जीवन के आधार स्तंभ रहे हों। अब गुरूवार को रबर डैम जिसका नामाकरण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गयाजी डैम किया है, बन जाने से सुरेशनारायण का सपना साकार हो गया है। हर पल इनके लिए सोचने और संघर्ष करते रहने की कोशिश में जुटे रहना ही उनके लिए स्वाभाविक था। खुद की सेहत कभी बहुत अच्छी नहीं रखी, पर फल्गु के लिए अपनी बेचैनी कभी कम नहीं होने दी। विष्णुपद मंदिर परिसर साफ-सुथरा रहे, सुंदर रहे, सुरक्षित व व्यवस्थित रहे, इसके लिए मृत्युपर्यंत समर्पित रहे। सुपुत्र जदयू प्रदेश महासचिव सह धार्मिक न्यास बोर्ड सदस्य चंदन कुमार सिंह भी इसके लिए प्रयासरत रहे और गुरूवार को आखिर वह पल आया जब सुरेश नारायण सिंह का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री ने देश के सबसे बड़े रबर डैम का उद्घाटन किया और इसके साथ ही उनका सपना साकार हो गया।