पटनाः राजद विधायक फतेह बहादुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम और उनके सभी पात्र काल्पनिक हैं। इस दौरान उन्होंने सुप्रीट कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट बोल रहा है राम और दुर्गा काल्पनिक है। आप कोर्ट को झूठा साबित नहीं कर सकते। वहीं उनके इस बयान के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है।
“कोई भी ग्रंथ भगवान का लिखा नहीं”
सोमवार को बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में शामिल होने आए विधायक ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि कोई भी ग्रंथ भगवान का लिखा नहीं। सभी ग्रंथ 16वीं और 17वीं सदी में इंसानों के द्वारा लिखे गए हैं। इंसान के द्वारा लिखी गई बात को मैं शत प्रतिशत में सही नहीं मानता। फतेह बहादुर ने कहा कि ललई यादव जी की सच्ची रामायण है। उन्होंने रामायण और उनके सभी पात्र को काल्पनिक बताया है। जिस बात को 1976 में सुप्रीम कोर्ट ने मान लिया, तो हमें मानने में क्या दिक्कत है।
वहीं पूजा-पाठ करने के सवाल पर राजद विधायक ने कहा कि जो हमें सबकुछ देता है, उन माता-पिता की पूजा करता हूं। उन्होंने हमें ज्ञान दिया। सावित्री बाई ने महिला को शिक्षा का अधिकार और बाबा भीमराव अंबेडकर ने संवैधानिक अधिकार और लालू प्रसाद यादव ने बिहार के गरीब, दलित और पिछड़ों को जुवान दिया। इनसे बड़ा कोई देवता नहीं है।
इन लोगों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है: नीरज बबलू
फतेह बहादुर के बयान के बाद भाजपा विधायक नीरज बबलू ने कहा कि इन लोगों की मानसिक संतुलन बिगड़ गई है। ये लोग पागल की स्थिति में आ गए हैं। इन लोगों का जमीन खिसकता नजर आ रहा है। इन लोगों को पता चल गया है कि हम लोग न हिन्दू के साथ है न मुस्लिम के साथ। इसलिए ये लोग ऐसा बयान दे रहे हैं।