पटना।
भारतीय जनता पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट डॉक्टर मनोज कुमार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं पर किए गए लाठीचार्ज व वाटर कैनन के प्रयोग पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार जुल्मी हो गयी है। लाठी के बल पर जनता की आवाज दबाना चाहती है और उनमें खौफ पैदा कर कुशासन की सरकार चला रही है। पुलिस के बल पर लोकतंत्र के अधिकारों को दबाया जा रहा है। हम सभी जानते हैं कि महिला घर की लक्ष्मी होती है। दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा होती है। वहीं बिहार की सरकार दीपावली से पूर्व लक्ष्मी स्वरुप महिलाओं को सड़क पर गुंड़ों की तरह पीटवाती है व प्रताड़ित करती है। मगर सरकार ये न भूले हर जुल्मी सरकार का अंत जनता ही करती है।
डॉ मनोज कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपने अधिकार के लिए प्रदर्शन करने की आजादी है। कभी बिहार के सीएम व डिप्टी सीएम ने भी अपने अधिकारों केलिए ऐसा किया होगा। मगर आज सरकार निरंकुश व तानाशाह हो गयी है। इसलिए आगनबाड़ी सेविकाओं की आवाज दबंगई से दबाने के लिए बल प्रयोग कर रही है। जिस प्रकार महिलाओं पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया ये किसी भी सभ्य समाज के लिए निंदनीय है। सरकार अपनी मर्यादाओं को भूल चुकी है। अब बिहार में केवल गुंडाराज व भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया हैं।
डॉ मनोज कुमार ने कहा कि एक ओर सरकार जनता से वादा करने का झूठा ढोल पीट रही है। वहीं राज्य की आम जनता उनके दावों की हवा निकाल रही हैं। आंगनबाड़ी सेविका मौजूदा बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुनाव के समय बार-बार ये कहते रहे हैं कि उनकी सरकार आने पर बिहार की सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं का मानदेय दोगुना किया जाएगा। लेकिन सरकार बन जाने के बाद आज तक इस पर अमल नहीं किया गया है।