माधुरी फाउंडेशन की संस्थापिका की प्रथम पुण्यतिथि पर जरुरतमंदों के बीच भोजन का पैकेट, अंग वस्त्र का वितरण किया गया

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गयाः दान किसी वस्तु पर से अपना अधिकार समाप्त करके दूसरे का अधिकार स्थापित करना दान है। सभी धर्मों में सुपात्र को दान देना परम् कर्तव्य माना गया है। इसी माध्यम को मानने वाली माधुरी फाउंडेशन की संस्थापक स्व0 माधुरी देवी इसको मानती थीं। स्व0 माधुरी देवी की प्रथम पुण्यतिथि पर भूस्वामी बिल्डिंकॉन्स के निदेशक, समाजसेवी सह युवा जदयू के जिलाध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा द्वारा ब्रह्मभोज के उपरांत असहाय लोगों के बीच 1000 पैकेट भोजन का वितरण किया गया। कुमार गौरव ने संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल कोरोना की वजह से माधुरी फाउंडेशन की संस्थापिका माधुरी देवी का कोरोना के कारण निधन हो गया था। इससे सामाजिक परिवेश में गम की लहर दौड़ गई थी। उनके बारे में बताया जाता है कि गरीब, असहाय लोगों के बीच भोजन उपलब्ध कराने से लेकर गरीब, असहाय बेटियों की शादी में सहयोग करती थीं तथा उन्होंने अपने बच्चों को भी इसी मार्ग पर चलने की तालीम दी है। एक बात और कोरोना काल में माधुरी देवी ने पूरे गया में जरुरतमंद लोगों के बीच कच्चा भोजन का पैकेट 10 हजार लोगों तक पहुंचवाया। दरवाजे पर जो भी जरुरतमंद आया कभी खाली हाथ नहीं लौटता था। साथ ही घर पर आए हर जरुरतमंद को खाना भी खिलाती थीं। मगर उन्हें क्या पता था कि असहायों की सेवा करने वाली माधुरी देवी खुद कोरोना की शिकार होकर इस दुनिया को अलविदा कर जाएंगी।
समाजसेवी स्व0 माधुरी देवी की प्रथम पुण्यतिथि पर युवा जदयू के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस मौके पर युवा जदयू के जिला उपाध्यक्ष दिनेश यादव ,छात्र जदयू के जिलाध्यक्ष उत्तम कुशवाहा ,आकाश चंद्रवंशी, लल्लू यादव , धर्मेद्र कुमार , छात्र जदयू के जिला उपाध्यक्ष अमरजीत कुशवाहा , सागर , गौरी शंकर , राजेश व अन्य साथी रहे मौजूद |

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