पूर्व सांसद आनन्द मोहन के भाषण को काट कर दिखाओ या सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाओ, शिवहर में चार लाख से अधिक वोटों से जीतेंगी तो लवली आनन्द हीं

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सुरेन्द्र सागर, प्रमंडलीय ब्यूरो
अपनो से कुछ मांगा नही करते और मांगने के लिए अपनो के यहां जाया नही करते।जो अपने हैं वो तो अपने हैं और जब बात सम्मान स्वाभिमान और चुनाव का हो तो उसकी हिफाजत और जीत के लिए अपनो की जिम्मेदारी और जवाबदेही स्वयं से अधिक उनकी बढ़ जाती है।खासकर चुनाव में जो अपने नही हैं उनके यहां जाना सबसे पहली प्राथमिकता होती है।उन्हें अपना बनाना प्राथमिकता होती है।उन्हें विश्वास में लेना और अपने साथ खड़ा करना प्राथमिकता होती है।
शिवहर में चुनाव प्रचार के दौरान एनडीए के प्रमुख नेताओं के बीच पूर्व सांसद आनन्द मोहन ने यही तो कहा है।उन्होंने कहा कि हमारे अपने तो एनडीए की रिकॉर्ड जीत के लिए लगे हुए हैं।वे नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सरकार बनाने और चार सौ के आंकड़े को पार करने में लगे हैं।हमारे अपने तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुशासन पर मुहर लगाने के लिए और एनडीए के उम्मीदवार की शानदार जीत के लिए जुटे हुए हैं।हम वहां क्यों जाएं जहां हमारे अपने हमसे अधिक ताकत के साथ एनडीए उम्मीदवार श्रीमती लवली आनन्द की ऐतिहासिक और अभूतपूर्व जीत के लिए दिन रात लगे हैं।हम वहां जाएंगे जहां हमें औरों को अपना बनाना है।
शिवहर में विपक्षी दल राजद के नेता तेजस्वी यादव और राजद उम्मीदवार ऋतु जायसवाल के पास चुनाव में जनता को समझाने के लिए कोई अपना एजेंडा नही है।कोई अपना कार्य नही है। अपनी कोई उपलब्धियां नही है।जिस शिक्षा विभाग में उनके शिक्षा मंत्री मंत्रालय छोड़ भाग गए उस विभाग में एक दो नही बल्कि लाखों की संख्या में नौकरी देने का अफवाह फैला कर जनता को गुमराह करने वाले लोग आज पूर्व सांसद आनन्द मोहन जैसे राष्ट्रीय नेता के भाषणों को काट काट कर सोशल मीडिया में डाल कर दुष्प्रचार करने में जुट गए हैं।शिवहर की जनता विपक्ष की साजिश को समझ रही है और उसका मुहतोड़ जवाब भी दे रही है।राजद के नेता तेजस्वी यादव और राजद की उम्मीदवार ऋतु जायसवाल अपनी शर्मनाक हार को देखते हुए ऐसे बौखलाए हुए हैं कि उन्हें यही नही पता कि वे बोल क्या रहे हैं और कर क्या रहे हैं।
चपरासी के बेटे से सत्ता का शहंशाह बनकर बिहार में हत्या,लूट,बलात्कार,अपहरण,बैंक डकैती के रास्ते राज्य में जंगलराज कायम करने वालों की पीढ़ी का एक वारिश एकबार फिर पगड़ी बांध बांध कर नौकरी,रोजगार और विकास के नाम पर बिहार को जंगलराज में धकेलने का दम्भ भर रहा है।अहंकार की तमाम सीमाएं पार कर राज्य में उन्माद पैदा करने की कोशिश कर रहा है। बिहार की जनता अब लालटेन युग मे जाने को तैयार नही है।आईएएस की पत्नी चंपा विश्वास बलात्कार कांड और शिल्पी गौतम हत्याकांड के उस दौर को वापस लाने के लिए कतई तैयार नही है।जंगलराज के नायक लालू यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव को बिहार की जनता पूरी तरह समझ चुकी है। बिहार के लोग देख रहे हैं और समझ रहे हैं कि एक परिवार में बाप एक नम्बरी तो बेटा दस नम्बरी कैसे बन बैठा है।जहां बड़ा बेटा छोटा हो जाता है और छोटा बेटा बड़ा हो जाता है।जहां रेलवे में मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन लेने की होड़ लगी रही हो,जहां सीरियल नरसंहारों का दौर चला हो।जहां अटल बिहारी वाजपेयी को चिल्ला चिल्ला के कहना पड़ा हो- किशलय किशलय,कहाँ है हमारा किशलय।उस किशलय जैसे मासूम के अपहरण का दौर रहा हो,उस जंगलराज की कल्पना करके बिहार के लोगों की रूह कांप जाती है।ऐसे लोग अपराध रोकने और बिहार के विकास की बात करते हैं।
शिवहर में इस बार झूठ, फरेब, अहंकार,अफवाह की नींव पर टिकी और जंगलराज वालों की पार्टी राजद और राजद की उम्मीदवार ऋतु जायसवाल को जनता सबक सिखा देगी।
शिवहर में पूर्व सांसद आनन्द मोहन की लोकप्रियता की आंधी में हर तरह की अफवाह और साजिशें उड़ जाएंगी।शिवहर की जनता एनडीए उम्मीदवार श्रीमती लवली आनन्द की सिर्फ जीत के लिए नही बल्कि जीत के आंकड़े को चार लाख पार पहुंचाने में जुटी हुई है।
लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में जंगलराज लाने के सपने देखने वालों के मंसूबे ध्वस्त हो जाएंगे।शिवहर में तीर ही लिखेगा तकदीर और ये तीर चार लाख के आंकड़े को पार करने के अपने मिशन पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।चार जून को तीर अपने लक्ष्य को भेदने में कामयाबी का परचम लहरा देगा और एक नया इतिहास लिखने में कामयाब होगा।

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