बिहार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेज प्रताप यादव की सरकारी बैठक में उनके जीजा शैलेश कुमार की उपस्थिति के मामले ने तूल पकड़ लिया है. एक तरफ जहां बीजेपी इस मामले को लेकर हमलावर है. वहीं दूसरी तरफ आरजेडी ने बीजेपी के शासन की कई ऐसे मामलों को उठाया. वहीं जेडीयू नेता नीतीश सरकार के मंत्री के बचाव में में दिख रही रही है.
पटनाः नीतीश कुमार सरकार में पर्यावरण और वन विभाग के मंत्री बने तेज प्रताप यादव फिर से विवादों में आ गये हैं. चर्चा की वजह यह है कि बिहार प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की मीटिंग में मीसा भारती के पति और तेज प्रताप यादव के जीजा शैलेश की मौजूदी को लेकर है. बैठक की तस्वीर वायरल होने के बाद जहां बीजेपी हमलावर है. वहीं राजद ने महागठबंधन की सरकार बनने से पहले की बैठकों में बीजेपी के महिला विधायकों के पति की बैठक में शामिल होने का मामला उठाया. वहीं जदयू ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है.
बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफाः एनडीए की सरकार में खाना और भूतत्व विभाग के मंत्री जनक राम ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मामले को तूल कौन दे रहा है ? सीएम और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी क्या कर रहे हैं? इससे बीजेपी को कुछ लेना देना नहीं है लेकिन जनता जवाब चाहती है.”जब आप बीजेपी के साथ थे तो सुशासन के सीएम कहलाते थे. अब कितना लाचार और बेबस सीएम हो गए हैं. आप जिसके साथ बैठे हैं, जिसके साथ गए हैं, उसी सरकार के लोग कहते थे कि निकृष्ट, घटिया, भ्रष्ट और कमजोर मुख्यमंत्री हैं. सीएम जवाब क्यों नहीं देते हैं ? सरकारी मीटिंग में परिवार के लोग शामिल हो रहे हैं. आप ही के लोग कह रहे हैं. नाम के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. यहां सुपर सीएम है. परिवार के सारे सदस्य अलग-अलग दुकानदारी खोलकर बैठे हैं. आपको जवाब देना चाहिए. अगर जवाब नहीं दे रहे हैं तो स्वतः सीएम के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.”-जनक राम, पूर्व मंत्री सह बीजेपी नेता
अशोक चौधरी बोले, शैलेश जी को रखना चाहिए था ध्यानः वहीं महागठबंधन की सहयोगी जदयू का कहना है कि इस मीटिंग को लेकर शैलेश जी को ध्यान रखना चाहिए था. जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इस बार भी जब मैं ज्वाइन करने गया था तो राजद के एमएलसी अजय सिंह हमारे साथ थे. मिलने आए थे तो वह भी हमारे साथ बैठे थे. शैलेश जी चले गए होंगे, क्योंकि तेजप्रताप पहली बार पॉल्यूशन बोर्ड जा रहे थे. ऐसा मुझे लगता है लेकिन शैलेश जी को ध्यान रखना चाहिए था की ऑफिशियल मीटिंग हो रही है. यह मेरा व्यक्तिगत सोच है. लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह बड़ा मुद्दा है. बहुत बार ऐसा हुआ है. मुकेश साहनी के भाई कार्यक्रम में चले गए थे. यह कोई बहुत बड़ी राजनीतिक घटना नहीं है. इससे यह नहीं कहा जा सकता है कि मंत्री को कोई हाईजैक कर रहा है और कोई ऐसा मामला नहीं है.