पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू को झटका देनें वाली पूर्व सांसद मीना सिंह बीजेपी में शामिल हुईं, मीना सिंह अपने बेटे के साथ पटना में आयोजित मिलन समारोह में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कीं। मीना सिंह रोहतास के बिक्रमगंज लोकसभा सीट और आरा संसदीय क्षेत्र से दो बार जदयू की सांसद रह चुकी हैं। मीना सिंह ने 03 मार्च को जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गईं। पार्टी छोड़ने के बाद मीना सिंह ने कहा था- नीतीश कुमार ने जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। इसके बाद बिहार में पुराने दौर की वापसी दिख रही है। जनता डरी हुई है। इसके बाद भी मेरा जेडीयू के साथ रहना जनता के साथ नाइंसाफी होता।
आरा- रोहतास में राजपूत वोटर प्रभावित
मीना सिंह ने कहा कि वह नीतीश कुमार का साथ नहीं छोड़ना चाहती थी लेकिन वह जिस तरह तेजस्वी यादव को आगे बढ़ा रहे हैं उससे बिहार में फिर जंगलराज की वापसी हो सकती है। मीना सिंह का जेडीयू छोड़कर बीजेपी में जाना जेडीयू के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मीना सिंह के जाने से आरा- रोहतास में राजपूत वोटर प्रभावित हो सकते हैं। मीना सिंह ने कहा था बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है।अपराधियों का तांडव बढ़ा है, अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। ऐसा लग रहा है कि 2005 पहले वाला दौर आ गया है। जनता परेशान है। जंगल राज रिटर्न साफ-साफ दिख रहा है, लेकिन नीतीश कुमार को यह सब नहीं दिख रहा है।
पति अजीत सिंह की मौत के बाद मीना सिंह ने जेडीयू की टिकट पर बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र से 2008 का उपचुनाव लड़ा था और जीती थीं। 2009 में 15वीं लोकसभा में भी वे आरा से जेडीयू की टिकट पर जीती थीं। 2014 का लोकसभा में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके पति 2004 में बिक्रमगंज लोकसभा सीट से सांसद बने थे.अजीत सिंह के पिता तपेश्वर सिंह 1984 में बिक्रमगंज के सांसद बने थे। वे बिस्कोमान के अध्यक्ष थे और सहकारिता सम्राट कहे जाते थे। अब ऐसे में भाजपा अपनी जिस तरह से बिसात बिछा रही है उससे कैसे नीतीश का कुनबा निबटेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।