बालू माफियाओं और खनन पदाधिकारी के मेल से बिहार में उजड़ रहे परिवार, मुख्यमंत्री कराएं जांच-विजय कुमार सिन्हा

देश

बालू माफियाओं की भागीदारी सरकार में, बढ़ रहा मनोबल, घटना को दे रहा अंजाम,

गलत नीतियों के कारण अबैध बालू खनन का गिरोह, दहशत में हैं लोग,

नियम के विपरीत चल रही खुदाई से हो रही है दुर्घटना, खनन पदाधिकारी वसूली में मस्त, जनता पस्त,

बालू घाटों की नये सिरे से बंदोबस्ती नियम में 5 वर्ष की अवधि का ठीका देना जनहित में नहीं,नियम में हो संशोधन।

पटना, 14 अक्टूबर 2023

भाजपा विधान मंडल दल के नेता श्री विजय कुमार सिन्हा ने राज्य में बालू माफियाओं के मनमानी, नियम-शर्तो की अवहेलना एवं अवैध खनन पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा है कि अभी चल रहे बालू
घाटों की बंदोबस्ती नियम में इन्हें एक ही बार में कम से कम 5 साल का लाईसेन्स देना जनहित में नहीं है।सरकार को इस नियम में संशोधन करना चाहिए।

श्री सिन्हा ने कहा कि बालू माफिया औऱ खनन पदाधिकारी के मेल से अवैध ख़ुदाई हो रही है औऱ कई परिवार इस दुर्घटना में उजड़ गये है।मुख्यमंत्री जी को इसकी जांच करानी चाहिए।

श्री सिन्हा ने कहा कि बालू माफियाओं के द्वारा सरकार के किसी नियम और शर्त्त का पालन नही किया जाता है। जब विभागीय अधिकारी इनके मनमानी और अवैध खुदाई को रोकने हेतु पुलिस के साथ जाते है तो इनपर हमला किया जाता है। नियमानुसार जिन नदियों में 2 फीट तक खुदाई कर ही बालू निकालना है वहां ये 6 से 8 फीट तक खुदाई कर देते है। बिक्रमगंज प्रखंड के नासरीगंज में कुछ माह पूर्व यही मामला पकड़ाया था।

श्री सिन्हा ने कहा कि मुंगेर के लालदरवाजा में गंगा किनारे गहरी खुदाई कर बालू निकाला गया। उस गढ़्ढे में बरसात का पानी भरने के कारण दो दिन पहले चार बच्चों की मौत हो गई।गया जिला के डोभी में भी इसी प्रकार की दुर्घटना में कुछ लोगों की मृत्यु हो गई। बालू माफिया के अवैध खनन के कारण पूरे बिहार में इस तरह की मार्मिक घटनाएं घट रही है।

श्री सिन्हा ने कहा कि निर्धारित मात्रा में बालू खनन कर 300 मीटर के अंदर भंडारण का प्रावधान है पर संचालक इसका पालन नही कर रहे है। सरकार द्वारा बालू खनन पर पाबंदी लगाकर प्रत्येक वर्ष कुछ महीनों के लिये खनन बंद किया जाता है। पर बालू माफियाओं के द्वारा सालों भर खुदाई जारी रखी जाती है।

श्री सिन्हा ने कहा कि अब जी. पी. एस. लगे वाहन पर सरकार के द्वारा बालू ढुलाई का प्रावधान किया गया है। माफियाओं के द्वार इस नियम का पालन भी संदिग्ध है।बालू की लदाई में भी सरकार द्वारा वजन निर्धारित है पर हमेशा निर्धारित मात्रा से अधिक बालू लादा जाता है।

श्री सिन्हा ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व बड़े अधिकारियों पर बालू माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप में कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन बालू माफियाओं का अभी भी सत्ता से नजदीकी गठजोड़ और उन्हें आर्थिक लाभ पहुँचाने के कारण ये फल फूल रहे है।

श्री सिन्हा ने माँग की है कि बालू माफियाओं और महागठबंधन के नेताओं के गठजोड़ की उच्च स्तरीय जाँच करायी जाय।

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