डॉ. सुरेन्द्र सागर, पटना
नरेंद्र मोदी सरकार-तीन में कायस्थ कोटे से एक भी मंत्री नही बनाये जाने से कायस्थ समाज आहत हो उठा है।भोजपुर और शाहाबाद जनपद से विभिन्न कायस्थ संगठनों के नेताओ ने केंद्रीय कैबिनेट में कायस्थ कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग कर डाली है।कायस्थ संगठनों की तरफ से देश के विभिन्न राज्यों से भाजपा के टिकट पर जीत कर आये कायस्थ सांसदों की एक सूची भी जारी की है और कहा है कि इन सांसदों के बीच से किसी को कैबिनेट मंत्री बनाकर कायस्थ समाज को नरेंद्र मोदी सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।नेताओ ने यह भी कहा है कि कायस्थों का एकमुश्त वोट भाजपा के साथ जुड़ा हुआ है और भाजपा से यह वोट बैंक जुड़े होने की वजह से ही एनडीए के उम्मीदवारों को भी कायस्थ समाज का एकमुश्त वोट मिलता आया है।
त्रिपुरा से भाजपा के टिकट पर जीत कर आये विप्लव कुमार देव के अलावे बालूर घाट से सुकांता मजूमदार,सोनितपुर असम से रंजीत दत्ता,अंडमान निकोबार से विष्णुपद रे,रायगंज पश्चिम बंगाल से कृष्ण चंद पाल,लखीमपुर असम से प्रधान बरुआ,गौहाटी असम से बिजुली कलिता मेघी भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत कर सांसद बने हैं।इसके अलावे पटना साहिब सीट से रविशंकर प्रसाद भी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीत कर दिल्ली पहुंचे हैं।रवि शंकर प्रसाद पूर्व की नरेंद्र मोदी सरकार – 2 में कैबिनेट मंत्री थे किंतु वे पांच साल का कार्यकाल पूरा नही कर सके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीच मे ही उनका इस्तीफा ले लिया और उन्हें कैबिनेट से बाहर आना पड़ा।इसके लिए रवि शंकर प्रसाद के सरकार में रहते कहीं न कहीं खराब परफॉर्मेंस की बात कही गई या फिर कैबिनेट मंत्री रहते किसी तरह के गड़बड़ी की शिकायत मिलने की बात कही गई।सच्चाई जो हो लेकिन एक बात तो तय है कि कुछ न कुछ बात तो रही होगी तब ही इतने भारी भरकम नेता को अचानक कैबिनेट से इस्तीफा करा लिया गया।पुनः नरेंद्र मोदी सरकार-3 बनने के बाद भी रविशंकर प्रसाद को कैबिनेट में जगह नही मिली।यहां तक कि मंत्रियों की लिस्ट की चर्चा में भी उनका नाम नही रहा।
अब कायस्थ संगठनों ने रवि शंकर प्रसाद की जगह देश के अन्य राज्यों से भाजपा के टिकट पर जीत कर आये सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने की मांग की जाने लगी है।
इन सबके बीच भाजपा के भीतर देश के सबसे युवा कायस्थ चेहरे और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा को कैबिनेट मंत्री बनाने की जोरदार तरीके से मांग की जाने लगी है।ऋतुराज सिन्हा को राज्यसभा में भेजने और कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग लगभग देश के कोने कोने में सक्रिय कायस्थ संगठनों की तरफ से हो रही है।नोटबन्दी के समय कम से कम समय मे देश के कोने कोने तक एटीएम और बैंकों तक नए नोट पहुंचाकर जहां ऋतुराज सिन्हा ने पीएम मोदी के काम को आसान कर दिया वहीं वैश्विक महामारी कोरोना काल मे देश के कोने कोने में फैले एयरपोर्ट,रेलवे स्टेशन,सार्वजनिक स्थल,बड़े बड़े मॉल,बाजार,बस अड्डों और नगरों महानगरों को सेनेटाइज कराकर कोरोना महामारी को फैलने से रोकने में क्रांतिकारी कदम उठाए।यहीं नही लॉक डाउन के समय प्रवासी मजदूरों के बीच मचे भगदड़ को रोकने के लिए ऋतुराज सिन्हा ने अपनी निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के हजारों कार्यालयों को सुविधा केंद्र में बदल दिया और रातों रात देश के विभिन्न राज्यों एवं शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों के रहने और खाने की व्यवस्था कर दी।इससे जहां प्रवासी मजदूरों को बड़ी राहत मिली वहीं कोरोना के संक्रमण को फैलने से काफी हद तक रोका जा सका।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर इस कार्य की सराहना की और ऋतुराज सिन्हा को देश का रियल हीरो बताया।
चाहें राष्ट्रपत्ति चुनाव प्रबन्धन समिति के सदस्य रहें या फिर नॉर्थ ईस्ट राज्यों के सह संयोजक के रूप में संगठन को सशक्त करने की जिम्मेदारी मिली इन सब कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम देकर पूरे देश मे ऋतुराज सिन्हा ने एक युवा चेहरे के रूप में भाजपा के भीतर इतिहास रच दिया है।
यहीं वजह है कि देश भर के कायस्थों के उम्मीद की किरण के रूप में ऋतुराज सिन्हा दिख रहे हैं और देश के लगभग सभी कायस्थ संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से ऋतुराज सिन्हा को राज्यसभा भेजने के साथ ही कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग कर दी है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के नेता एवं पूर्व प्राचार्य प्रो.सच्चिदानन्द सहाय,वार्ड पार्षद दिनेश कुमार मुन्ना,दिलीप श्रीवास्तव,युवा चित्रांश वाहिनी के संस्थापक सचिन सिन्हा,क्रांतिकारी कायस्थ विचार मंच के अध्यक्ष राज सिन्हा उर्फ रिंकू सिन्हा,अखिल भारतीय चित्रांश परिषद के संस्थापक अध्यक्ष रवि मोहन सिन्हा, कायस्थ सेना के अध्यक्ष मृत्युंजय वर्मा,कायस्थ एकता मंच के संयोजक रवि शंकर श्रीवास्तव समेत कई कायस्थ संगठनो के नेताओ ने कायस्थ समाज से कैबिनेट मंत्री बनाने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व से की है। इन सबके बीच पहली पसंद के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा को राज्यसभा भेजने और साथ ही कायस्थ कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाने और कायस्थों को नरेंद्र मोदी सरकार में उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग उठाई है।