डुमरांवः अनुमंडल कार्यालय के सभागार में भारतरत्न शहनाई उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की 107 वी पुण्यतिथि मनाई गई । इस कार्यक्रम का उद्घाटन अनुमंडलाधिकारी कुमार पंकज,एएसपी श्रीराज,भूमि उपसमाहर्ता गिरिराज शाही,कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार, निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद सरफराज एवं अधिवक्ताओं ने संयुक्त रूप से किया।कार्यक्रम का संचालन पत्रकार अरुण विक्रांत ने किया।अनुमंडलाधिकारी ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिस्मिल्लाह खान साहब की गुणों से हमलोगों को अपने जिन में उतारना चाहिए एवं उनका प्रचार प्रसार करना चाहिए।एएसपी श्री राज ने बताया कि सौभाग्य की बात है कि उनके जन्मभूमि पर हमलोगों को कार्य करने का मौका मिला है।उनके बारे में मुझे जानकारी नहीं थी।उनका प्रचार प्रसार जितना हो सके करना चाहिए। इसके अलावे अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता सूबेदार पांडेय, सचिव पृथ्वीनाथ शर्मा,अध्यक्ष दरोगा सिंह,अधिवक्ता एवं रंगकर्मी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने भी अपना-अपना विचार रखा।इसके अलावे अनुमंडल के सभी,अधिवक्तागण, प्रधान लिपिक महेंद्र राम ,ओम प्रकाश पांडेय, रवि शंकर कुमार, सुमन लाल,राजीव नन्दन चौबे,संजीव वर्मा के अलावे अन्य कर्मचारियों ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।सभी अधिवक्ताओं में मोहम्मद इजहार, विकास कुमार, मार्कण्डेय पाठक ,प्रेम कुमार शर्मा ,बाल अरुण,अरविंद कुमार, खूबलाल राम,शशिकांत रामआदि उपस्थित रहे। अधिवक्ता मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि डुमरांव की धरती के रहने वाले उस्ताद बिस्मिल्लाह खान आजादी के मौके पर सबसे आगे चले थे पीछे -पीछे तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानी पहुंचे एक तरफ झंडोतोलन हो रहा था वहीं वे अपनी शहनाई से सबको खुशी का संदेश दे रहे थे।वे पंडित नेहरू के निमंत्रण पर पहुंचे थे।